मशरूम की खेती कैसे करें? और लाखों रुपए कमाए पूरी जानकारी
नमस्कार किसान भाइयों आज के दौर में मशरूम की खेती करना एक आम बात हो गई है और किसान इस खेती को करके लाखों रुपए कमा रहे हैं तो आप सही जगह आए हुए हैं हम आपको बताएंगे कि मशरूम की खेती हम आसानी से कैसे कर सकते हैं और इससे लाखों रुपए हम कैसे बना सकते हैं तो तो आप बड़े ध्यान पूर्वक हमारे द्वारा दी गई इस पोस्ट को पढ़िए और आप जानिए कि मशरूम की खेती करके आप भी लाखों रुपए बना सकते हैं। तो आईए जानते हैं कि मशरूम की खेती कैसे करें विस्तार से-
मशरूम क्या है?
इसेअगरिकस बिस्पोरस के नाम से जाना जाता है।यह एक प्रकार का ना तो फल है और ना ही सब्जी है बल्कि एक फफूंद होती है बाजार में यह एस्टर पोर्शेनी बटन के रूप में बिकता है यह एक तना है। तथा गुदेदार गोल टोपी के द्वारा ढका हुआ होता है। सर्वप्रथम जापान तथा चीन में 600 सीसी पर इसकी खेती की गई इसके बाद पूरे देश में इसकी खेती हो रही है भारत में हरियाणा जम्मू कश्मीर हिमाचल प्रदेश उत्तर प्रदेश में इसकी अधिकता में खेती की जा रही है यह एक उन्मादी स्वाद वाला फफूंद है।
अगर इसमें पोषक तत्वों की बात करें तो इसमें भरपूर पोषक तत्व होते हैं। इसमें प्रोटीन 2.1ग्राम,कार्बोहाइड्रेट्स 3.2ग्राम, वसा 0.2ग्राम होते हैं।
भारत में मशरूम की मुक्ति पांच किस में पाई जाती हैं जो कि निम्न प्रकार हैं।
- सफेद बटन मशरूम
- ओयस्टर मशरूम
- दूधिया मशरूम
- पैडी स्ट्रा मशरूम
- Sitake मशरूम
मशरूम की खेती करने का तरीका
वैसे तो मशरूमकी खेती कई तरीकों से की जा रही है लेकिन हम आपको आसान तरीका बताएंगे जिससे आप अपने घर पर ही मशरूम की खेती कर सकते हैं इसके लिए किन-किन चीजों की जरूरत पड़ती है।
आवश्यक चीज | महत्व | |
जगह | झोपड़ी, मिट्टी के घर | |
पानी | शुद्ध पानी होना चाहिए | |
कच्चा माल | मशरूम की खेती के लिए सेल्यूलोज युक्त कच्चा माल होना चाहिए। | गेहूं का भूसा यूरिया Gypsum |
मौसम | नमी युक्त मौसम | |
प्लास्टिक बैग | प्लास्टिक बैग का आकार 22 बाय 27 | |
बीज | प्लास्टिक की पानी में 500 ग्राम | |
ड्रम | कच्चे माल को भिगोने के लिए | |
हीटर | पानी गर्म करने के लिए | |
ड्रायर | मशरूम सूखने के लिए | |
थर्मोमीटर | तापमान रिकॉर्ड करने के लिए | |
बालardtamapi | आर्द्रता दर्शाने के लिए |
ओयस्टर मशरूम की खेती कैसे करें?
इसकी खेती करने के लिए कुछ आवश्यक चीजों की जरूरत पड़ती है जो कि निम्न प्रकार हैं।
- कच्चा माल जो भी कच्चा माल हम ले रहे हैं उसके दो से चार cm के बारीक टुकड़े करें। इसमें गेहूं के भूसे का प्रयोग करें।
- भूसे की पैकिंग यह बारीक किया हुआ भूसा गनी बैग में भारी और उसके मुंह को बंद कर दें।
- पानी में भिगोना बैग को 8 से 10 घंटे तक पानी में रखें और इसके पक्ष इसे बाहर निकाल कर 50 से 60 डिग्री टेंपरेचर बनाकर रखें।
- पश्चुरीकरण इसके लिए पाश्चरी का बहुत ही आवश्यक है इसके लिए निम्न बिधियो का प्रयोग आप कर सकते हैं।
- हॉट वॉटर उपचार-80 डिग्री सेल्सियस टेंपरेचर पर 1 घंटा रासायनिक उपचार-18 घंटे तक रासायनिक पानी में भिगोने की बात इसको बाहर निकलना है।
- प्लास्टिक बैगकी तैयारी 2% फॉर्मलीन में इस स्ट्रैट लाइन करें उसके बाद इस बैक का उपयोग करें।
- लेयरिंग और बीज डालना इसके बाद कच्चे माल के चार से पांच लेयरिंग करें और इसमें मशरूम के बीज डालें।
- बैग में छेद करना बैग में 40 से 50 पिनो से छेद करें।
- इनक्यूबेशन अब इन बैगों को 20 से 30 डिग्री सेल्सियस टेंपरेचर पर 15 से 20 दिनों तक रखें।
मशरूमबैग की देखभाल कैसे करें?
मशरूम बाग की देखभाल बहुत ही आवश्यक होती है। इसके लिए 20 से 30 डिग्री सेल्सियस टेंपरेचर वाले कमरे में इस बैक को रखें और 15 से 20 दिनों केबाद बैग में सफेद रंग के माइसीलियम देखने लगते हैं तो तीन से चार दिनों के भीतर ही इस बैक को हटा लेना चाहिए। इसके बाद उनके ऊपर पानी का छिड़काव लगातार करते रहना चाहिए।
मशरूम की कटाई कैसे करें?
पहले कटाई 15 से 20 दिनों के बाद करनी चाहिए।
पहले कटाई के 8 से 10 दिनों के बाद दूसरी कटाई करनी चाहिए।
मशरूम का उत्पादन
भूसे का नाम | उत्पादन ग्राम प्रति किलो भूसा |
गेहूं का भूसा | 500 ग्राम |
धान का भूसा | 530 ग्राम |
केले के पत्ते | 400 ग्राम |
सोयाबीन का भूसा | 550 ग्राम |
कपास का भूसा | 800 ग्राम |
बाजार का भूसा | 350 ग्राम |
गन्ने का ट्रेंस | 300 ग्राम |
सफेद बटन मशरूम की खेती कैसे करें?
सफेद बटन मशरूम की खेती करने के लिए निम्न चीजों की आवश्यकता पड़ती है।
- मिश्रण तैयार करना- गेहूं का भूसा उड़िया सबको मिक्स करके एक ढेर बना लेते हैं।
- ढेर को पलटना-इस देर को तीन-चार दिन रखकर इसको ऊपर नीचे कर देते हैं
- सड़ने की प्रक्रिया- इस देर को 14 15 दिन तक रखा रहने देते हैं जिससे यह पूरी तरीके से सब कर कंपोस्ट खाद में परिवर्तित हो जाता है।
- कंपोस्ट भरना -आप इस कंपोस्ट को प्लास्टिक बैग में भर देते हैं और उनमें मशरूम के बीजों को डाल देते हैं।
- अंकुरण प्रक्रिया- आप इन प्लास्टिक के बैगों को अच्छी तरीके से बांधकर अंधेरे कमरे में 15 से 20 डिग्री सेल्सियस की तापमान पर रख देते हैं। 15 से 20 दिनों तक वहीं पर रखा रहने देते हैं।
- केसिंग कलियर करना -रखे हुए इन बागों में 10 से 12 दिनों में अंकुरण होने लगता है और मशरूम की सखिए वृद्धि होने लगती है।
- आद्रता बनाए रखना-उसे कमरे का तापमान 85 डिग्री सेल्सियस रखना चाहिए।
सारांश
मशरूम की खेती करते समय वहां उचित तापमान और सभी आवश्यक चीजों की जरूरत पड़ती है आता है किसानों को सही तरीके बार जानकारी जो हमने दी है उसी के आधार पर आप मशरूम की खेती कर सकते हैं और उचित लाभ कमा सकते हैं।